अमेरिका उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपना भारत दौरा पूरा करने के बाद वॉशिगंटन के लिए रवाना हो गए हैं। वेंस 21 अप्रैल यानी सोमवार को 4 दिन की भारत यात्रा पर पहुंचे थे। जेडी वेंस के साथ उनकी पत्नी उषा और तीनों बच्चों- इवान, विवेक और मिराबेल भी भारत आए थे।
सोमवार को दिल्ली में लैंड होने के बाद वेंस ने अक्षरधाम मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद शाम को PM मोदी से मुलाकात की। वेंस सोमवार रात को ही दिल्ली से जयपुर के लिए रवाना हो गए थे। इसके बाद उन्होंने मंगलवार को जयपुर में आमेर का किला देखा।
बुधवार को अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने आगरा के ताजमहल का दौरा किया। इसके बाद वापस जयपुर लौटें, जहां से आज सुबह वॉशिंगटन के लिए रवाना हुए।
बेटी को गोद में लेकर ताजमहल घूमे वेंस
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेम्स डेविड वेंस ने आगरा में ताजमहल देखा। पत्नी उषा, बेटों विवेक, इवान और बेटी मिराबेल के साथ डायना बेंच पर बैठकर फोटो खिंचवाईं। वेंस बेटी को गोद में लेकर ताजमहल परिसर में घूमे। वेंस के तीनों बच्चे भारतीय रंग में नजर आए। दोनों बेटे एक जैसे ट्रेडिशनल कुर्ता-पैजामा पहने हुए थे।
वेंस ने ताजमहल की विजिटर बुक में लिखा- ताजमहल अद्भुत है! सच्चे प्यार, मानवीय सरलता और भारत की महान संस्कृति के प्रति श्रद्धांजलि का प्रमाण...धन्यवाद। बताया जा रहा है कि वेंस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने विजिटर बुक में जो लिखा था, उसे भी पढ़ा।
पहलगाम हमले के बाद वेंस के स्वागत में रखे गए कार्यक्रम रद्द किए गए
वेंस परिवार के साथ करीब ढाई घंटे तक आगरा में रहे। बुधवार सुबह 10 बजे उनका हेलिकॉप्टर सुबह 10 बजे आगरा एयरपोर्ट पर लैंड हुआ।
वेंस का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुलदस्ता देकर स्वागत किया। वेंस के स्वागत के लिए 8 स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होने थे, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद ये कार्यक्रम रद्द कर दिए गए।
वेंस फैमिली को देखने के लिए आगरा में सड़कों के दोनों ओर हजारों लोग जुटे। हालांकि, सुरक्षा कारणों से पुलिस ने अधिक भीड़ जमा नहीं होने दी। वेंस की सुरक्षा में 20 IPS अधिकारी, 3500 पुलिसकर्मी और ब्लैक कमांडो तैनात किए गए।
वेंस ने जयपुर में सिटी पैलेस का दौरा रद्द किया
जेडी वेंस बुधवार को आगरा का दौरा खत्म करने के बाद जयपुर लौटे। तय शेड्यूल के मुताबिक उन्हें जयपुर के सिटी पैलेस का दौरा करना था, लेकिन यह दौरा रद्द कर दिया गया है। दौरा रद्द करने का कोई कारण नहीं बताया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि पहलगाम आतंकी हमले की वजह से यह फैसला लिया गया।