पाकिस्तान को भारी पड़ेगी बांग्लादेश से दोस्ती, जिन्ना के देश से अरबों डॉलर वसूलने की तैयारी में यूनुस, साल 1971 से दबाकर रखा है हक
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16-04-2025 01:46 PM
ढाका: बांग्लादेश से शेख हसीना शासन के पतन के बाद पाकिस्तान से इसकी नजदीकी तेजी से बढ़ रही है, लेकिन अब इस दोस्ती में एक बाधा आने वाली है। दरअसल, बांग्लादेश अब पाकिस्तान से अरबों रुपये वसूलने की तैयारी कर रहा है। बांग्लादेश ने औपचारिक रूप से पाकिस्तान से 4.52 अरब डॉलर के वित्तीय दावों की मांग करने की योजना बनाई है। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें 1971 के विभाजन से पहले ही परिसंपत्तियों का उचित हिस्सा शामिल है। ढाका में 17 अप्रैल को विदेश सचिव स्तर की वार्ता में इस मुद्दे को औपचारिक रूप से उठाने की योजना है।
पाकिस्तान से हक मांगेगा बांग्लादेश
बांग्लादेश और पाकिस्तान के विदेश सचिवों के बीच 15 साल बाद इस तरह की पहली बैठक होने जा रही है। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट में बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि जो महत्वपूर्ण दावे किए जाने हैं, उनमें से एक 1970 के विनाशकारी भोला चक्रवात के बाद तत्कालीन पूर्व पाकिस्तान को भेजी गई 20 करोड़ डॉलर की विदेशी सहायता शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि सहायता राशि को स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की ढाका शाखा में जमा किया गया था, लेकिन मुक्ति संग्राम के दौरान इसे बैंक की लाहौर शाखा में ट्रांसफर कर दिया गया था। इसी तरह पश्चिमी पाकिस्तान में तैनात कई बांग्लादेशी कर्मचारी आजादी के बाद स्वदेश लौटे तो उन्हें पता चला कि उनकी भविष्य निधि और बचत को पाकिस्तान ने कभी वापस ही नहीं किया। ये सभी 4.52 अरब डॉलर के दावे का हिस्सा हैं।
इशाक डार के सामने भी उठेगा मुद्दा
बांग्लादेश की योजना इस मामले को मजबूती से उठाने की है। विदेश मंत्रालय ने मामले को पुष्ट करने के लिए बांग्लादेश बैंक से विस्तृत साक्ष्य इकठ्ठा किए हैं। इस महीने के अंत में ढाका में दोनों देशों के बीच होने वाली विदेश मंत्री स्तरीय वार्ता के दौरान भी इस मुद्दे को उठाए जाने की उम्मीद है। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार इसी महीने ढाका आने वाले हैं। 27 मार्च को बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश बैंक के गवर्नर और वित्त प्रभाग सचिव को पत्र भेजा था, जिसमें दावे से संबंधित किसी भी शेष दस्तावेज को तत्काल प्रस्तुत करने का अनुरोध किया गया था।
बांग्लादेश पहले भी कर चुका है मांग
बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच आखिरी विदेश सचिव स्तर की बैठक 2010 में हुई थी। उस दौरान भी ढाका ने अविभाजित पाकिस्तान की संपत्तियों में उचित हिस्सेदारी के लिए अपना दावा दोहराया था। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि बांग्लादेश लंबे समय से चक्रवात सहायता में मिले 200 मिलियन डॉलर की वापसी के लिए दबाव बना रहा है। इसके अलावा, देश ने लगातार अविभाजित पाकिस्तान की संपत्तियों में से अपना उचित हिस्सा मांगा है, जो लगभग 4.32 अरब डॉलर है। विदेश मंत्रालय के रिकॉर्ड के अनुसार, केवल जनसंख्या के आधार पर, बांग्लादेश उन संपत्तियों का 56% हिस्सा पाने का हकदार था। यदि विदेशी मुद्रा आय में योगदान पर विचार किया जाए तो यह हिस्सा 54% है।
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