गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन में ईवीएम का मुद्दा उठा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार ने ऐसी तकनीक बनाई है, जिससे उन्हें फायदा हो और विपक्ष को नुकसान। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने ईवीएम को धोखा करार दिया।
अधिवेशन में पार्टी के निष्क्रिय नेता और कार्यकर्ताओं की भी बात उठी। ऐसे नेताओं को आराम करने की सलाह दी गई है। बता दें कि इस अधिवेशन में कमलनाथ, जीतू पटवारी समेत एमपी कांग्रेस के कई नेता भी शामिल हुए।
अधिवेशन में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए, ईवीएम से नहीं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव भी धोखे से जीता। महाराष्ट्र में 150 सीटों पर लड़कर 138 पर जीत हासिल की गई, जो 90 प्रतिशत जीत है। ऐसा पहले कभी नहीं देखा। सब कुछ पता लगा लिया जाएगा, क्योंकि चोर चोरी करता है और आज नहीं तो कल पकड़ा जाएगा।
जो काम नहीं करते उन्हें आराम करना चाहिए खड़गे ने पार्टी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा- जो लोग संगठन के कार्यों में योगदान नहीं दे रहे हैं, उन्हें आराम करना चाहिए और जो जिम्मेदारी नहीं निभा सकते, उन्हें स्वेच्छा से रिटायर हो जाना चाहिए। खड़गे के इस बयान पर कमलनाथ ने कहा- हां बिल्कुल, जो लोग सक्रिय नहीं हैं उनको आराम करना चाहिए।
खड़गे ने कांग्रेस के संगठन को मजबूत करने पर जोर देते हुए जिला अध्यक्षों की भूमिका को सबसे केन्द्र में रखने की बात कही। उन्होंने ने कहा जिलाध्यक्षों की नियुक्ति निष्पक्ष तरीके से होगी, ताकि जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूती मिले।
पटवारी बोले- जिनके मन में RSS के विरोध का डर, वे बीजेपी को नहीं हरा सकते मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा- हमें गर्व होना चाहिए कि हमारे नेता राहुल गांधी ने कहा था कि इस देश में नोटबंदी लाओगे तो अर्थव्यवस्था चौपट हो जाएगी। नरेन्द्र मोदी ने एक नहीं सुनी। मीडिया ने राहुल जी का मजाक उड़ाया और आरएसएस ने उनका सहयोग किया। कांग्रेस ने भोजन का अधिकार, मनरेगा, जंगल का कानून, शिक्षा का अधिकार, आरटीआई दिया। बीजेपी ने गब्बर सिंह टैक्स दिया। बीजेपी ने सीएए, तीन काले कानून, अग्निपथ योजना, वक्फ कानून दिया।
पटवारी ने कहा- आरएसएस दुनिया में कहती है हम सामाजिक, सांस्कृतिक संघ है। वो देश के मुद्दों पर दशहरे पर देश को संबोधित करती है। लेकिन नोटबंदी पर आरएसएस मौन रहती है। गूगल करो तो सबसे बडे़ बलात्कारी नेता बीजेपी के नाम आते हैं। लेकिन आरएसएस मौन रहती है। अगर आप आरएसएस से मुकाबला नहीं करोगे तो बीजेपी को नहीं हरा सकते। एकजुट होकर संघ, बीजेपी और मोदी तीनों के खिलाफ संघर्ष करेंगे।