राजनांदगांव। जिले में स्वास्थ्य अधोसंरचना को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे है। शासन स्तर से स्वीकृति उपरांत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के कार्य निर्माणाधीन एवं प्रगतिरत हैं। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने जिले के स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूती प्रदान करने के लिए निर्माण कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए है। जिले के छुरिया विकासखंड में 2 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से नवीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माणाधीन है। जिससे दूरस्थ एवं ग्रामीण अंचल के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। इसी प्रकार मेडिकल कॉलेज अस्पताल राजनांदगांव में लगभग 2 करोड़ 94 लाख 55 हजार रूपए की लागत से फिजियोथेरेपी वार्ड का निर्माण किया जा रहा है। जिले में पूर्व में किसी भी प्रकार का क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल नहीं था। जिसकी मांग एवं आवश्यकता को देखते हुए 16 करोड़ 63 लाख रूपए की लागत से मेडिकल कॉलेज में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसी प्रकार विकासखंड डोंगरगढ़ एवं घुमका में 50-50 लाख रूपए की लागत से ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट निर्माण भी अंतिम चरण में है। बरसात के दिनों में जिला अस्पताल बसंतपुर में जल भराव की स्थिति बनती थी, उसे देखते हुए जिला चिकित्सालय में 3 करोड़ 56 लाख रूपए की लागत से कार्य किया जा रहा है। इसी प्रकार जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगढ़ में विभिन्न प्रकार के 1 करोड़ रूपए का कार्य तथा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मोतीपुर के नवीन भवन हेतु 75 लाख की लागत से निर्माण कार्य जल्द प्रारम्भ किया जा रहा है। साथ ही साथ मेडिकल कॉलेज में 2 करोड़ 79 लाख रूपए की लागत से ट्रामा सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन तथा उप स्वास्थ्य केंद्र भवन, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, बायो मेडिकल वेस्ट निपटान हेतु कार्य भी निर्माणाधीन है। जिले में स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं में नवीन व बड़े कार्यों की स्वीकृति प्राप्त होने से आमजन को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से उपलब्ध होगी। साथ ही इन स्वास्थ्य केन्द्रों में बेहतर तकनीकी के उपकरण, मेडिकल उपकरण, लैब की व्यवस्था, मानव संसाधन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है। वर्तमान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत कुल 37 पद में 184 पद संख्या की भर्ती की जा रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन ने बताया की स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमलों द्वारा घर-घर जाकर आयुष्मान कार्ड सर्वे कर नवीन आयुष्मान कार्ड एवं आयुष्मान वय वंदन कार्ड बनाए जाने की कार्य में प्रगति लाई जा रही है। जिले में 94 प्रतिशत राशनकार्ड धारक हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड बन गए हैं। जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य स्तर से जारी विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों में प्राप्त उपलब्धियों के आधार पर जारी स्वास्थ्य सूचकांकों के रैंक में चौथे पायदान पर है। इसी प्रकार जिले को मितानिनों के मोबाइल एकेडमी कार्यक्रम में द्वितीय स्थान तथा 100 दिवसीय निश्चय निरामय कार्यक्रम में राज्य में नवीन पहल की श्रेणी में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु स्वास्थ्य मंत्री द्वारा पुरस्कृत किया गया है। स्वास्थ्य केन्द्रों की राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक सर्टिफिकेट 9 स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा प्राप्त किए गए हैं एवं शेष स्वास्थ्य केन्द्रों में सर्टिफिकेशन प्राप्त करने हेतु आवश्यक तैयारी सुनिश्चित की जा रही है।